अनुज पुरी का कहना है कि बस उम्मीद यही है कि जब होम लोन की ब्याज दरें 9.5% के स्तर को पार करेंगी तभी हाउसिंग सेल्स पर ‘उच्च प्रभाव’ दिखेगा.
नई दिल्ली: दशकों बाद दुनिया ऐसी महंगाई का दंश झेल रही है. विकासशील, विकसित से लेकर सुपरपावर देश सभी महंगाई की इस अप्रत्याशित आपदा से निपटने के लिये ग्रोथ की बलि देने को भी तैयार हैं. ऊंची ब्याज दरों से जो सबसे अधिक सेक्टर प्रभावित होता है वो रियल एस्टेट सेक्टर है.
ANAROCK ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी का कहना है कि रिजर्व बैंक की ओर से 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की उम्मीद थी. खासकर जब से किसी भी वैश्विक अर्थव्यवस्था ने किसी भी तरह के संयम की ओर इशारा नहीं किया है. महंगाई लगभग सभी अर्थव्यवस्थाओं को तबाह कर रही है, और भारत कोई अपवाद नहीं है. ANAROCK के हालिया कंज्यूमर सेंटिमेंट सर्वे में यह भी बताया गया है कि कम से कम 61% उत्तरदाताओं ने ऊंची महंगाई दर को उनके लिए एक प्रमुख चिंता के रूप में देखा, जिससे उनकी डिस्पोजेबल आय गंभीर रूप से प्रभावित हुई.
अनुज पुरी आगे बताते हैं कि इस रेपो रेट में बढ़ोतरी से होम लोन जल्द ही महंगा हो जाएगा. यह आने वाली त्योहारी तिमाही के दौरान घरों की बिक्री को कुछ हद तक प्रभावित कर सकता है, विशेष रूप से अफोर्डेबल और मिड रेंज के हाउसिंग सेगमेंट पर इसका ज्यादा असर देखने को मिल सकता है. होम लोन की दरों में बढ़ोतरी बाकी दूसरी बढ़ती लागतों के अतिरिक्त होगी, जैसे कि कंस्ट्रक्शन इनपुट लागत के महंगाई ट्रेड्स. सारे अधिग्रहण लागत में और बढ़ोतरी के साथ, डेवलपर्स को महत्वपूर्ण त्योहारी तिमाही के दौरान बिक्री को बढ़ावा देने के लिए ऑफर और छूट को खत्म करने पर गंभीरता से विचार करना होगा.
अनुज पुरी का कहना है कि बस उम्मीद यही है कि जब होम लोन की ब्याज दरें 9.5% के स्तर को पार करेंगी तभी हाउसिंग सेल्स पर ‘उच्च प्रभाव’ दिखेगा. अगर दरें 8.5-9% के बीच रहती हैं, तो प्रभाव मध्यम होने की उम्मीद है.
रिजर्व बैंक ने मई से ब्याज दरों में इजाफा शुरू किया था, तब से लेकर अबतक रेपो रेट में 1.90 परसेंट की बढ़ोतरी हो चुकी है. रिजर्व बैंक के महंगाई के अनुमानों को देखते हुए आगे और बढ़ोतरी होना तय है. रिजर्व बैंक की बढ़ोतरी के बाद कई SBI समेत कई बैंकों ने ब्याज दरों में इजाफा करना शुरू कर दिया. ब्याज दरें बढ़ने से काफी हद तक घरों की बिक्री पर असर पड़ने की आशंका है.
Source : https://www.bwhindi.com/expert-opinion-news/not-every-person-of-indian-origin-is-necessarily-a-supporter-of-india-53269.html